मुमिनीन सैयदना ताहेर सैफुद्दीन रि.अ. की तारीख के बारे में शहज़ादी डॉ. बज़त ताहेरा बाइसाहेबा द्वारा लिखे इस लेख को पढ़ सकते है। साथ में कुछ तस्वीरे भी है।
शेख दाउद मौलवी ने सैयदना…
क्या ऐसा कोई शख्स है – अमीर या गरीब – जिसकी जिंदगी मुश्किल से खाली हो? दुनिया में लोगों को मुश्किल मुसीबत आती रहती है.
मुमिन दुनिया में इस माहौल में सुकून किस तरह हासिल करें? परेशानी और चिंता बगैर ज़िंदगी किस तरह गुज़ारें?
मवाली ताहेरीन ने क्या नुस्खे बताए हैं? अमीरुल मुमिनीन स.अ.…
अवलिया किराम इरशाद फरमाते हैं कि रजब के महीने के दिन खुदा तआला के चुने हुए दिनों में से हैं. खुदा तआला कुराने मजीद में मूसा नबी को खिताब फरमाते हैं कि आप खुदा के दिनों की याद दिलाइए.
ज़ाहिर में जब सूरज उगता है और ढल जाता है उसे एक दिन कहते है. तो एक दिन की दूसरे दिन पर तफ्ज़ील क्यों? रजब के…
शेहरे रजब उल असब की पहली रात के मुबारक मौके पर मुमिनीन यह अमल करे:
सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. दारुस सकीना मुंबई में मग़रिब और इशा की नमाज़ के लिए तशरीफ़ लाएँगे.
३२ व़े दाई अल मुतलक सैयदना कुत्बुद्दीन शहीद रि.अ. के उर्स मुबारक के मौके पर, मुमिनीन मुमेनात और उनके फरजंद यह अमल करे:
२३ वी जुमादिल उखरा (शनिवार, १० मार्च,२०१८) के दिन ५३ व़े दाई अल मुतलक सैयदना खुज़ैमा कुत्बुद्दीन रि.अ. का दूसरा उर्स मुबारक है।
१९ वी रजब १३८५ ही के दिन ५१ व़े दाई सैयदना ताहेर सैफुद्दीन रि.अ. के वफात के बाद, आप के वारिस सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन रि.अ. ने फरमाया कि ५१ व़े दाई…
३४ व़े दाई अल मुतलक सैयदना इसमाइल बदरुद्दीन रि.अ. के उर्स के मुबारक के मौके पर मुमिनीन मुमेनात और उनके फरजंद यह अमल करे
क़ुराने मजीद में खुदा तआला फरमाते हैं कि नहीं है खुदा मगर वह.
अलग अलग मज़हब है, इस्लाम में अलग अलग फ़िर्क़ें हैं, खुदा के बारे में सबकी मान्यता अलग है, मगर सही तौहीद किस तरह करनी चाहिए? तौहीद की हकीकत क्या है? हुदात किराम ख़ास तौर से अमीरुल मुमिनीन मौलाना अली स.अ. ने अपने ख़ुत्बों में तौहीद के बारे…
मुलहेदीन (नास्तिक लोग) यह कहते है कि दीन में मानने वाले तर्क से सोचते नहीं और वे अंधश्रध्दालू होते है. मुलहेदीन यह कहते है कि जब खुदा दिखाई नहीं देते तो कैसे इल्म हुआ कि खुदा हैं? वे बहस करते है कि यदि पैदाइश अपने पैदा करने वाले पर दलालत करती है, तो फिर पैदा करने वाले को किसने पैदा किया?
हुदात…
क़ुराने मजीद में खुदा तआला फरमाते हैं कि जो कोई एक दाने के बराबर भी खैर करेगा तो देखेगा और कोई दाने के बराबर भी शर करेगा तो देखेगा.
शर वुजूद में कैसे आया? खुदा तआला हर चीज़ के ख़ालिक़ हैं लेकिन खुदा ने तो शर नहीं बनाया? यह तो नामुमकिन है. तो शर किस तरह आया?
अमरुल मुमिनीन स.अ. ने दुनिया…
मुमिनीन से गुज़ारिश है कि वे इस मुबारक मीकात पर मजलिस में हाज़िर…
कई लोग यह सवाल करते हैं कि इस्लाम की शरीअत में दाढ़ी रखने का फरमान क्यों है? दाढ़ी रखने के क्या फायदे है?
क्या यह रसुलुल्लाह स.अ.व. की सुन्नत है?
दाढ़ी किस चीज़ पर दलालत करती है?
मजालिसुल हिक्मत की ३६ वी मजलिस में सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. इन सवालों के जवाब फरमाते हैं.
मुमेनीन इस मुबारक मौके पर बरकात ले और यह अमल करे:
मुमेनीन जिन्हें मजलिस में हाज़िर होना इम्कान न हो सके, वे इस मुबारक मौके पर यह अमल करे और बरकात ले:
मुमेनीन इस मुबारक मौके पर बरकात ले और इस तरह अमल करे:
कुराने मजीद में खुदा तआला फरमाते हैं कि ऐ मुमिनीन जब तुम रसूल के साथ कुछ बात करने जाओ, कुछ सवाल अर्ज़ करने जाओ तो रसूल को कुछ हेबत अर्ज़ करो. यह पाकीज़गी का सबब है.
नजवा की माअना क्या है? साहेबुल हक़ को मुमिनीन सलाम अर्ज़ करते है, कुछ रकम अर्ज़ करते है, उसमें क्या फ़ज़ल और सवाब है?
क्या…
मुमेनीन इस मुबारक मौके पर बरकात ले और यह अमल करे:
१२ वी रबीउल अव्वल १४४० हि मिलादुन नबी के मौके पर मिलाद की रात (सोमवार के दिन, मंगलवार की रात – १९ वी नवम्बर) दारुस सकीना मुंबई में मगरिब और इशा की नमाज़ के बाद मिलादुन नबी की ख़ुशी की मजलीस अक्द होगी इंशाअल्लाह। तमाम मुमिनीन मुमेनात और उनके फ़रज़न्दो को इस ख़ुशी के मौके पर इज़न पेश है।
इस मुबारक…
मुमिनीन इस मुबारक मीक़ात पर यह अमल करके बरकात हासिल करें:
अन्य शहरों में रहनेवाले मुमिनीन इमाम हुसैन और आप के एहले बैत और असहाब पर आई मुसीबत और उनकी सब्र और हिम्मत को याद कर इस मौके पर बरकात हांसिल करे, यह अमल करे
खुदा तआला कुराने मजीद में फरमाते हैं कि जिन्हें इल्म बख़्शा है उनके लिए जन्नत में दरजात हैं.
सबसे आला इल्म आले मोहम्मद का इल्म है. लेकिन यह इल्म सबसे आला क्यों है? इल्म तो इल्म है. इस इल्म का दर्जा सबसे बढ़कर क्यों?
आले मोहम्मद के इल्म में सबसे बढ़कर तौहीद का इल्म क्यों है?
मजालिसुल…
कई लोग इस बात का इनकार करते है कि जिन भूत जैसी कोई चीज़ है. कुराने मजीद में जिन के मुताल्लिक कई आयतें हैं और उसकी कई अलग अलग माअना है, बल्कि एक पूरी सुरत का नाम सुरतुल जिन है.
जिन क्या है? उसकी पैदाइश का सबब क्या है? क्या सभी जिन एक जैसे होते है? जिन भूत से बचाव किस तरह किया जा सकता है?
मजालिसुल…
हर इंसान का तजुर्बा है कि दुनिया बला और मुसीबत का घर है, और आखिर मौत आती है. यह हकीकत है. कोई भी इंसान - चाहे अमीर हो या गरीब - उसे दुनिया में तकलीफ पहुँचती है.
खुदा तआला कुराने मजीद में फरमाते हैं कि खुदा सब्र करने वालो को बेगैर हिसाब अजर अता करते हैं. यह भी फरमाते हैं कि खुदा सब्र करने वालो…
हमें इस बात की ख़ुशी है कि हम साल १४४१ हि. का कैलेंडर वेबसाइट पर पेश कर रहे. इस कैलेंडर में तमाम अहम् मीक़ात और अंग्रेजी तारीख मौजूद है. इस कैलेंडर की पी.डी.एफ.…
रसुलुल्लाह स.अ.व. फरमाते हैं कि जो शख्स मेरे फ़रज़न्द हुसैन पर आँसू बहाएगा, या दूसरों को रुलाएगा, यदि रोना न आए तो रोने का असर अपने चेहरे पर ज़ाहिर करेगा उसके लिए जन्नत वाजिब है.
नबी-ए-सादिक की हदीस के मुताबिक़ हुसैन पर रोने वाले को सवाबे अज़ीम हासिल होता है. यह सवाब क्या है कि जन्नत. तो इतना बड़ा…
खुदा तआला कुराने मजीद में फरमाते है कि आज हमने तुम्हारे दीन को कामिल किया, नेअमत तमाम की और इस्लाम के दीन को ख़ुश कर दिया (सुरतुल माएदा : ३)
तो यह दिन - जिस दिन में दीन कामिल हुआ - यह दिन सबसे अहम दिन है यह कुरान समझाता है - यह कौन सा दिन है? इस्लाम के दीन का इस दिन में कामिल होने का क्या सबब…
हज में बैतुल्लाह की तरफ क़स्द करें - बैतुल्लाह क्या है? बैतुल्लाह को खुदा का घर क्यों कहा जाता है? बैतुल्लाह पत्थर से बने है, क्या कोई यह कहता है कि खुदा उसमें रहते हैं? तो फिर ऐसा क्यों कहते है कि बैतुल्लाह खुदा का घर है? तो हज में बैतुल्लाह की तरफ क़स्द क्यों?
कुराने मजीद में खुदा तआला फरमाते…
ईद ए गदीर ए खुम के दिन रसूलुल्लाह स.अ. ने आखरी रिसालत पहुंचाई। आप के वसी मौलाना अली स.अ. की वलायत फ़र्ज़ की। हम खुदा का हम्द और शुक्र करते है कि १४०० साल के बाद हम उन लोगों में से है जिन्होंने गदीर के एहेद को वफादारी से निभाया। वलायत के फरिज़त पर हम काइम है, रसूलुल्लाह स.अ. ने अमीरुल मुमिनीन पर जो नस्स…
मौत हक़ है. खुदा ने मौत को क्यों पैदा किया? मौत की माअना क्या है? और अक्सर लोग मौत से डरते क्यों है? मौत हक़ है - मौत के बारे में मुमिन का नज़रिया क्या होना चाहिए? मौत के लिए क्या तैयारी करनी चाहिए?
कुराने मजीद में खुदा तआला फरमाते हैं कि खुदा तआला ने मौत को पैदा किया और ज़िन्दगी को पैदा किया. पहले…
અમીરુલ મુમિનીન મૌલાના અલી ઈબ્ને અબી તાલિબ સ.અ. ફરમાવે છે કે “મુમિન હંમેશા ખુશ હોઈ” (અલ-મુમિનો હશ્શુન બશ્શુન).
અક્સર ઇન્સાન એમ તલબ માં હોઈ છે કે ખુશ હોઈ અને હંમેશા ખુશ રહે. મગર એ કઈ તરાહ ઇમકાન થાઈ જે વખત કે આ આલમ માં હાલાત હોઈ છે. તહો બલાઈ, બીમારી, ઝઘડા, અલગ અલગ ફિકરો, આ સગલી વાત તો હકીકત છે.…
रसुलुल्लाह स.अ.व. सैयदुल मुर्सलीन और खातमुन नबीयीन हैं. रसुलुल्लाह का यह मकाम अज़ीम है और कुराने मजीद में खुदा तआला आपकी सिफ़त में फरमाते हैं कि आपके अख़लाक़ अज़ीम हैं - "انك لعلى خلق عظيم." क्या जन्नत हासिल करने के लिए ईमान और मोहब्बत काफी नहीं? नेक अख़लाक़ और लोगों के साथ बेहतर सुलूक का ईमान के साथ क्या…
हर इंसान यह चाहता है कि वह जो भी अमल करता है उसमें बेहतर बने. तो यह बेहतरी हासिल करने का रास्ता क्या है? बेहतर और अफ़ज़ल बनने में हिक्मत क्या है?
अल्लाह तआला कुराने मजीद में फरमाते हैं कि अल्लाह ने हर चीज़ को बेहतर पैदा किया और इंसान की पैदाइश मिट्टी से शुरू की.
नफ़्स फज़ल किस तरह हासिल…
खुदा तआला कुराने मजीद में फरमाते हैं “وَمَا خَلَقْتُ ٱلْجِنَّ وَٱلإِنسَ إِلاَّ لِيَعْبُدُونِ” सुरतुज़ ज़ारियात आयत ५६, मैंने जिन्न और इन्स को मेरी इबादत के लिए पैदा किया है. इस आयत की तिलावत करके यह लगता है कि पैदा करने की गरज़ यह है कि खुदा की बंदगी. यदि पैदा करने में ख़ालिक़ की कोई गरज़ है तो वे खुद मोहताज…
जिहाद इस्लाम के सात देआमत में से एक देआमत है. हर मुमिन पर वाजिब है, फ़र्ज़ है. लेकिन जिहाद की माअना क्या है? सैयदना ताहेर फखरुद्दीन इन सवालों का जवाब ३ हिस्सों में फरमाते है. जवाब का पहला हिस्सा आपने १४ वी मजलिस में फ़रमाया जिसमें आपने जिहादे अकबर की ज़िक्र फ़रमाई. १५ वी मजलिस में दावत के दुश्मनों के साथ…
जिहाद इस्लाम के सात देआमत में से एक देआमत है. हर मुमिन पर वाजिब है, फ़र्ज़ है. लेकिन जिहाद की माअना क्या है?
कुराने मजीद में खुदा तआला फरमाते हैं कि ‘क्या तुम यह समझते हों कि तुम जन्नत में दाखिल हो जाओगे?’ आगे फरमाते हैं कि ‘यह नहीं होगा जब तक खुदा देखेंगे - जानेंगे - कि तुम में से जिहाद किसने…
क्या मीसाक देने में इख़्तियार है? क्या मीसाक एक गुलामी का बंधन है?
खुदा तआला ने कुराने मजीद में मीसाक की ज़िक्र ७० से ज़्यादा जगहों पर फ़रमाई है. मीसाक की माअना क्या है? मीसाक की ज़रुरत क्यों है? और हर ज़मान में जो साहेबुल हक़ हैं, इमाम या सतर के ज़मान में उनके दाई, उन्हें मीसाक देना वाजिब क्यों है?…
सैयदी अब्दुलकादिर हकीमुद्दीन ५ वी शव्वालुल मुकर्रम वफ़ात हुए. उसके तीन हफ्ते बाद आपके दुश्मनों ने आपके बदन मुबारक को आपकी कबर से निकाला. उनका दावा यह था कि आपको इस्लाम के हुकुम के खिलाफ दफनाया गया हैं. जब आपके बदन मुबारक को निकाला गया तब मोजिज़ें से आपका बदन सलामत था और बदन मुबारक से खुशबू आ रही थी.…
ईद के मुबारक मौके पर मुमिनीन इबादत के अमल करे:
१) मुमिनीन मगरिब और ईशा की नमाज़ सुन्नत और नाफेलत के साथ पढ़े. हर फ़रज़ के बाद तक्बीरा बोले
२) २४ रकअत वश्शेक की नमाज़ पढ़े ( नियत बिहोरी हफ्ती जुज़ १, पन्ना क्र.…
यह कसीदा सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. ने ईदुल फितर १४४० हि. के मौके पर तस्नीफ फ़रमाया है। यह कसीदा अंग्रेज़ी और लिसानुद दावत के तर्जुमे और ऑडियो के साथ पेश करते है।
रसुलुल्लाह स.अ. ने शाबान में एक खुत्बा पढ़ा जिसमें आपने फ़रमाया कि शेहरूल्लाह का तीसरा दस्का इत्कुन मिनन्नार (जहन्नम की आग से आज़ादी) का दस्का है. इन १० दिनों…
इस मुबारक रात में मुमिनीन इबादत के यह अमल करके सवाब हासिल करे.
१) मगरिब और ईशा की नमाज़ सुन्नत और नाफेलत के साथ पढ़े.
२) नबी के नाम ले. उसके बाद १० रकअत ततव्वो की नमाज़ पढ़े (बिहारी की हफ्ती जुज़ १, पन्ना क्र. १२९)
३) मुमिनीन वसीला मुबारका की रिकॉर्डिंग सुने.
यह मारूफ है कि ईदुल फितर का दिन एक ख़ास दिन है. ख़ुशी का दिन है. एहतेफाल का दिन है. लेकिन उसका सबब क्या है? उसमें हिक्मत क्या है? शरीअत के साहेब ने ईद के दिन का फज़ल क्यों इख़्तियार किया?
पहले तो यह सवाल कि ईद कब है?
रसुलुल्लाह शेहरे रमज़ान के पहले जंग के लिए तशरीफ़ ले जा रहे थे तो मुस्लिमीन…
लैलतुल कदर मुकबिल है. कुराने मजीद में खुदा तआला फरमाते हैं कि लैलतुल कदर की शान हज़ार महीनों से बढ़कर हैं. ऐसा क्यों? लैलतुल कदर की क्या फ़ज़ीलत है? इस रात की ख़ास बात क्या है?
इन्ना अन्ज़लनाहो की सुरत में “लैलतुल कदर” तीन बार है, यह क्यों, तीन बार क्यों?
लैलतुल कदर की शान पहचानकर उसमें…
कुराने मजीद में खुदा तआला फरमाते हैं कि यदि आपस में कोई झगड़ा हो तो खुदा और खुदा के रसूल के पास आओ (सुरतुन निसा ५९ वी आयत). रसुलुल्लाह स.अ.व. के वफ़ात बाद झगड़े और इख्तिलाफ बंध नहीं हो गए. अगर रसुलुल्लाह का कोई वारिस नहीं है तो इस आयत की माअना क्या है? एक छोटे दुकानदार को भी यह फ़िक्र होती है कि उसके…
रसुलुल्लाह, नबी, इमाम या दाई की क्या ज़रूरत हैं? कई फ़लासिफ़ा यह कहते है कि अंबिया की ज़रूरत नहीं. इंसान के पास अक़्ल है, तो अक़्ल से इंसान खुद तमाम चीज़ों को समझ सकता है. यदि ऐसा है तो हिदायत और नजात के लिए एक हादी की क्या ज़रूरत है?
मजालिसुल हिक्मत की नौवीं मजलिस में सैयदना फखरुद्दीन त.उ.श.…
सैयदना फखरुद्दीन शेहरे रमज़ान के महीने में हर रविवार सुबह सात बजे (इंडियन टाइम) वाजेबात की बैठक के लिए तशरीफ़ लाएँगे इंशाअल्लाह. इंटरनेट के ज़रिए इस बैठक में मुमिनीन हज़रत इमामीया में वाजेबात अर्ज़ करने का शरफ हासिल कर सकेंगे.
मूमिनीन जिन्हें बैठक के लिए टाइम…
शेहरे रमज़ानुल मोअज़्ज़म साल के १२ महीनों में से एक महीना है. इस महीने की तफ्ज़ील क्यों है? इस महीने को खुदा का महीना क्यों कहते है? क्या दूसरे महीने खुदा के नहीं? शेहरे रमज़ान के मम्सूल कौन है? शेहरे रमज़ान में रोज़े क्यों करते है? रोज़ा करने की माअना क्या है? शेहरे रमज़ान में कुराने मजीद नाज़िल हुए उसकी माअना…
रसुलुल्लाह (स.अ.व.) ने एक खुतबे में फ़रमाया कि शेहरूल्लाहिल मोअज़्ज़म का पहला दस्का (पहले १० दिन) रहमत का दस्का है. इन १० दिनों में मुमिनीन यह अमल करके सवाब का…
फलसफत की माअना क्या है? हक़ की फलसफत किस तरह पहचाने? उसके मुताबिक़ ज़िन्दगी में किस तरह अमल करे? उसकी गरज़ क्या है?
फलसफत यानी एक सोचने का तरीका, एक नज़रिया.
इमाम अहमद अल-मस्तूर अ.स. इख़्वानुस सफा की रिसालत में फरमाते है कि फलसफत की माअना यह है कि इंसान अपनी हद में खुदा से तशब्बोह करे.
खुदा…
फलसफत की माअना क्या है? हक़ की फलसफत किस तरह पहचाने? उसके मुताबिक़ ज़िन्दगी में किस तरह अमल करे? उसकी गरज़ क्या है?
फलसफत यानी एक सोचने का तरीका, एक नज़रिया.
इमाम अहमद अल-मस्तूर अ.स. इख़्वानुस सफा की रिसालत में फरमाते है कि फलसफत की माअना यह है कि इंसान अपनी हद में खुदा से तशब्बोह करे.
खुदा…
फलसफत की माअना क्या है? हक़ की फलसफत किस तरह पहचाने? उसके मुताबिक़ ज़िन्दगी में किस तरह अमल करे? उसकी गरज़ क्या है?
फलसफत यानी एक सोचने का तरीका, एक नज़रिया.
इमाम अहमद अल-मस्तूर अ.स. इख़्वानुस सफा की रिसालत में फरमाते है कि फलसफत की माअना यह है कि इंसान अपनी हद में खुदा से तशब्बोह करे.
खुदा…
माज़ूनुद दावतिल ग़र्रा डॉ. सैयदी अब्देअली भाईसाहेब सैफुद्दीन अतालल्लाहो बकाअहुश शरीफ की पहली बैठक इस शनिवार चौथी शाबान (२८ मार्च) के दिन रखी गई है. बैठक में मुमिनीन अपनी अर्ज़ कर सकेंगे. जिन मुमिनीन को इस बैठक के लिए टाइम लेना हो वे इस ईमेल एड्रेस पर ईमेल करें: (info@fatemidawat.com) या इस नंबर पर वॉट्सएप…
अल-दाई अल-अजल सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. को मुमिनीन की - खास करके वे जो मौजूदा हालात के सबब तकलीफ में हैं - उनकी बहुत फ़िक्र है. कोई मुमिन को अनाज और खाने की कमी न हो उसके लिए सैयदना त.उ.श.ने सभी जमाअतों को, ख़िदमतगुज़ारों को और मुमिनीन को इरशाद फ़रमाया है कि वे जो मुश्किल में है उनकी मदद करें.
इस…
रबीउल आखर के महिने में खुशी के कई मीकात आते है. इस महिने में हम इमामुज़ स.अ. की मीलाद का जश्न मनाते हैं. हम ५२ वे और ५३ वे दाई की शफ़कत और हनीन याद करके आपकी मीलाद मनाते हैं. आज उनके वारिस सैयदना ताहेर फ़खरुद्दीन त.उ.श. हमारे दरमियन मौजूद है और हम आपकी मीलाद की खुशी मनाते हैं. जिस तरह हमें इस साल सैयदना…
सैयदनल मोऐयदुश शीराज़ी का इल्म के अन्दर बहुत बलन्द मकाम है. आप दाइद दोआत थे और २० वर्ष तक १८ वे इमाम मुस्तन्सिर बिल्लाह के बाबुल अबवाब थे, जिसके दौरान आपने अजब शान से हिकमत की मजालिस में इल्म की बरकात नशर फ़रमाई और इमाम के सतर में दोआत की तरफ इमाम के इल्म को पहुँचाने की तमहीद फ़रमाई.
बहुत खुशी…
सैयदना ताहेर फखरुद्दीन साहेब त.उ.श. (वादी) की गवाही माननीय बॉम्बे हाई कोर्ट में २९ जनवरी २०१९ के दिन तमाम हुई. आपकी गवाही २७ दिन हुई.
आपकी गवाही के बाद आपकी ओर से एमरी यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर डेविन स्टूअर्ट, जो इस्माईली मज़हब के विशेषज्ञ संशोधक है, आपकी गवाही एक निष्पक्ष गवाह की हैसियत से…
२६ वी रबीउल आखर, दाईज़ ज़मान सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. की मिलाद मुबारक का अवसर है। فيض سعادة الميلاد المبارك - ١٤٤٠ه
मीलाद मुबारक की रात: सैयदना त.उ.श., मीलाद की रात में दारुस सकीना, मुंबई में मगरिब ईशा की नमाज़ इमामत से पढाएंगे इन्शाअल्लाह…
सैयदी मुकासिर साहेब ने सुरतुल असर के पाँच वजेह बयान फरमाएँ और फ़रमाया कि सायंस में हम, जो हमें नज़र आता હૈ उससे जो हमारी नज़रों से ग़ायब है उसके बारे में दलालत लेते है. जैसे ग्रेविटी. उसी तरह दीन के अंदर हुदात किराम दलील पेश करके बयान फरमाते है. सैयदी मुकासिर साहेब ने दीन और हक्क के लिए वाज़ेह हुज्जतें…
आशूरा की रात तवस्सुल की नमाज़ पढ़ कर मुमिनीन "اللهم انت ثقتي" “अल्लाहुम्मा अंता सेकती” की दोआ पढ़े। नमाज़ बाद सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन रि.अ. ने आशूरा की रात…
अल-दाई अल-अजल सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. आज दारुस सकीना, मुंबई में अशरा मुबारका की सातवीं वाअज़ मुबारक की मजलिस अक़्द फरमाएँगे। जिन मुमिनीन को वाअज़ में हाज़िर होना इम्कान न हो, उनके लिए सैयदना त.उ.श. ने करम और एहसान फरमाकर शेह्ज़ादा डॉ. अज़ीज़ भाईसाहब कुत्बुद्दीन की वाअज़ रिले करने की रज़ा फ़रमाई है। सातवीं…
अल-दाई अल-अजल सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. आज दारुस सकीना, मुंबई में अशरा मुबारका की सातवीं वाअज़ मुबारक की मजलिस अक़्द फरमाएँगे। जिन मुमिनीन को वाअज़ में हाज़िर होना इम्कान न हो, उनके लिए सैयदना त.उ.श. ने करम और एहसान फरमाकर शेह्ज़ादा डॉ. अज़ीज़ भाईसाहब कुत्बुद्दीन की वाअज़ रिले करने की रज़ा फ़रमाई है। सातवीं…
अल-दाई अल-अजल सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. आज दारुस सकीना, मुंबई में अशरा मुबारका की छठी वाअज़ मुबारक की मजलिस अक़्द फरमाएँगे। जिन मुमिनीन को वाअज़ में हाज़िर होना इम्कान न हो, उनके लिए सैयदना त.उ.श. ने करम और एहसान फरमाकर शेह्ज़ादा डॉ. अज़ीज़ भाईसाहब कुत्बुद्दीन की वाअज़ रिले करने की रज़ा फ़रमाई है। छठी वाअज़…
अल-दाई अल-अजल सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. आज दारुस सकीना, मुंबई में अशरा मुबारका की चौथी वाअज़ मुबारक की मजलिस अक़्द फरमाएँगे। जिन मुमिनीन को वाअज़ में हाज़िर होना इम्कान न हो, उनके लिए सैयदना त.उ.श. ने करम और एहसान फरमाकर शेह्ज़ादा डॉ. अज़ीज़ भाईसाहब कुत्बुद्दीन की वाअज़ रिले करने की रज़ा फ़रमाई है। चौथी…
अल-दाई अल-अजल अल-फातेमी सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. १४४१ हि. में अशरा मुबारका की चौथी (४) तारीख की वाअज़ मुंबई, दारुस सकीना में अक़्द फरमाएंगे इंशाअल्लाह. आप मौला त.उ.श. ने करम और एहसान फरमाकर आपकी वाअज़ के लाइव रिले के लिए रज़ा फ़रमाई है. रिले दोपहर ४ बजे शुरू होगा इंशाअल्लाह.
"मुमिनीन, कुराने मजीद लेकर कहता हूँ, खुदा की कसम हम जन्नत में पहुँचेंगे" - सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. की अशरा मुबारका १४४१ हि. की दूसरी वाअज़.
अल-दाई अल-अजल अल-फातेमी सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. १४४१ हि. में अशरा मुबारका की तीसरी (३) तारीख की वाअज़ मुंबई, दारुस सकीना में अक़्द फरमाएँगे इंशाअल्लाह. आप मौला त.उ.श. ने करम और एहसान फरमाकर आपकी वाअज़ के लाइव रिले के लिए रज़ा फ़रमाई है. रिले दोपहर ४ बजे शुरू होगा इंशाअल्लाह.
अल-दाई अल-अजल अल-फातेमी सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. १४४१ हि. में अशरा मुबारका की दूसरी (२) तारीख की वाअज़ मुंबई, दारुस सकीना में अक़्द फरमाएँगे इंशाअल्लाह. आप मौला त.उ.श. ने करम और एहसान फरमाकर आपकी वाअज़ के लाइव रिले के लिए रज़ा फ़रमाई है. रिले दोपहर ४ बजे शुरू होगा इंशाअल्लाह.
अशरा मुबारका १४४१ हि. प्रोग्राम: 1/09/2019 | Announcements
हुदात किराम ने एक नादिर और मुबारक रसम की है कि हर साल की इब्तेदा हम इमाम हुसैन स.अ. की ज़िकर और नोहे से करते है, और इमाम हुसैन के तुफैल में आले मोहम्मद के इल्म की बरकत दस दिन तक लेते है. इमामुज़…
हमें इस बात की ख़ुशी है कि हम साल १४४१ हि. का कैलेंडर वेबसाइट पर पेश कर रहे. इस कैलेंडर में तमाम अहम् मीक़ात और अंग्रेजी तारीख मौजूद है. इस कैलेंडर की पी.डी.एफ. वेबसाइट पर पेश किया गया है.
उर्स मुबारक के मौके पर मुमिनीन मुमेनात और उनके प्यारे फ़रज़न्द यह अमल करे:
सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. की माननीय बॉम्बे हाई कोर्ट में गवाही २९ वी जनवरी २०१९ के दिन खत्म हुई। आप की गवाही २७ दिन चली। अगले गवाह के क्रॉस एकज़ामिनेशन के लिए आठ अगस्त २०१९ के रोज़ कोर्ट द्वारा निदेश दिये जाएंगे।
ईदे ग़दीरे खुम के दिन सैयदना फखरुद्दीन त.उ.श. दारुस सकीना बेकरसफील्ड में नमाज़ के लिए तशरीफ़ लाए. आपने शुक्रन लिल्लाह की नमाज़ ज़वाल के वक्त पढ़ाई और शानदार वसीला लिया जिसमें आपने तमाम मुमिनीन के लिए दोआ मुबारक फ़रमाई. वसीले के बाद सैयदना ने वाअज़ मुबारक फ़रमाई और हाज़रीन का मीसाक लिया. कई नए मीसाक भी लिए.…
सैयदना फखरुद्दीन ने अरफ़ा के दिन और ईदुल अदहा की रात नमाज़ पढाई और ईद के दिन दारुस सकीना, बेकरसफिल्ड में ख़ुत्बे की नमाज़ पढ़ाई. सैयदना ने तमाम मुमिनीन के लिए अपने वसीले में दोआ फ़रमाई. उसके बाद सैयदना ने ईदुल अदहा की ख़ुशी की मजलिस एक मुमिन मुख्लिस के घर में अक़्द फ़रमाई और ज़बीहत फ़रमाई.
मुंबई में…
यह कसीदा सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. ने ईदुल फितर १४४० हि. के मौके पर तस्नीफ फ़रमाया है। यह कसीदा अंग्रेज़ी और लिसानुद दावत के तर्जुमे और ऑडियो के साथ पेश करते है।
लैलतुल कदर हज़ार महीनों से ज़्यादा खैर है। इसलिए इस रात की एक एक घड़ी हमे अल्लाह की बंदगी में गुज़ारनी चाहिए। मगरिब के वक़्त से लेकर फ़जर तक मुमिनीन तमाम रात नमाज़, दोआ, कुरआने मजीद की तिलावत और तस्बीह में गुज़ारे। नमाज़ को निहायत खुज़ु और खुशु के साथ (लौह लगाकर) पढ़े । बच्चों को भी फ़जर तक जगाएँ। जिन बच्चों…
सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. की इस साल सन १४४० हि./२०१९ की मुनाजात मुबारक "सअल्तोक रब्बी व अंतल करीबु" की तिलावत करें।
आका मौला सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. ने मुमिनीन की अर्ज़ क़ुबूल फरमाकर शेहरुल्लाह की १५वि तारीख मुमिनीन के लिए जनरल सबक अक्द फरमाया जिसमें आपने इमाम अली ज़ैनुल आबेदीन स.अ. की फजर की दोआ की माअना ज़िक्र फरमाई. सैयदना त.उ.श. ने लैलतुल कदर की अज़मत की भी ज़िक्र फरमाई और सालभर में सब से मुबारक इस एक रात…
इन फ़ाज़िल रातों में मुमिनीन यह अमल करे:
रसुलुल्लाह ने शाबान में एक खुत्बा पढ़ा और उसमें आपने फ़रमाया कि शेहरूल्लाह का दूसरा दस्का मगफेरत का दस्का है. इन १० दिनों में मुमिनीन यह अमल करके सवाब हासिल करे.
१.…
शेहरे रमज़ान अल मोअज्ज़म की पहली रात नमाज़ के बाद सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. ने बयान मुबारक फरमाया और मुमिनीन को इस बरकतवनते महीने की गनीमत लेकर खैर के अमल कर गुनागून सवाब हांसिल कर लेने की हिदायत फरमाई। मौलानल मिनआम त.उ.श. ने मुमिनीन के हक में दोआ फरमाई।
मुमिनीन यह अमल करे:
क्राइस्टचर्च न्यूज़ीलैंड में १५ वी मार्च, शुक्रवार के दिन, जो हमला हुआ, जिसके कारण कई लोगों की जाने गई, उसके सबब अल दाई अल अजल सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. के दिल पर रंज है. इस तरह के हमले करने वाले ज़ालेमीन ने इंसानियत…
सैयदना फखरुद्दीन त.उ.श. की रज़ा और दुआ मुबारक से २१ वी और २२ वी जुमादल उखरा १४४० हि. को, दारुस सकीना थाना में मसूल कोऑर्डिनेशन कमिटी के ज़ेरे एहतेमाम सैयदना खुज़ैमा कुत्बुद्दीन रि.अ. के तीसरे उर्स मुबारक के अय्याम में पहली मसूल कॉन्फरन्स अक़्द हुई.
कॉन्फरन्स का मकसद यह था कि किस तरह ज़ियादा से…
सैयदना खुज़ैमां कुत्बुद्दीन रि.अ. का तीसरा उर्स मुबारक : २३ वी जुमादल उखरा १४४० हि. (नसीमो बरकातिल उर्सिल मुबारक)
५३ वे दाई अल मुत्लक़ के तीसरे उर्स मुबारक में मुमिनीन ने सैयदना खुज़ैमा कुत्बुद्दीन रि.अ., अपने वालिदे मुश्फिक के एहसानों को याद किया, आपके फ़ज़ाइल और आपकी शानात को…
रजब के मुबारक महीने में, जो मौलाना अली स.अ. की विलादत का महीना है, हमें याकूततो दावतिल हक्क शेह्ज़ादी डॉ. बज़त ताहेरा बाईसाहेबा की तक़रीर “अदल और इन्साफ की हुकूमत: मौलाना अली की मिसाल” की रिकॉर्डिंग पेश करते हुए ख़ुशी हो रही है. फ़रवरी २०१९ में वेक फॉरेस्ट यूनिवर्सिटी, विंस्टन सालेम, नॉर्थ…
रजब के मुबारक महीने में, जो मौलाना अली स.अ. की विलादत का मुबारक महीना है, हम याकूततो दावतिल हक्क शेह्ज़ादी डॉ. बज़त ताहेरा बाईसाहेबा का एक लेख पेश करते है. इस लेख में आपने अमीरुल मुमिनीन स. अ. के दो ख़ुत्बों की मआना का ज़िकर किया है. ख़ास तौर से इस लेख में आपने खुदा की तक़वा और भलाई की ज़िकर की तफ़्सीर की…
जुमादल उला की १० वी रात (१५ जनवरी, मंगलवार) मौलातोना फातेमा (स.अ.) की शहादत के मीकात पर, सैयदना ताहेर फखरुद्दीन (त.उ.श.), दारुस सकीना, मुंबई में मगरिब और इशा की नमाज़ के बाद मजलिस में तशरीफ़ लाएँगे. मजलिस के बाद तमाम मुमिनीन को सलवात का इज़न है.
५२ व़े दाई अल मुतलक सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन रि.अ. के उर्स मुबारक के मौके पर दारुस सकीना, मुंबई में सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. खतमुल कुरआन की मजलीस में जलवा अफ़रोज़ हुए।
उर्स के दिन खतमुल कुरआन के बाद सैयदना ने सदकल्लाह की दोआ पढ़ी, जिस में आप ने सैयदना बुरहानुद्दीन रि.अ. की ज़िक्र फरमाई:
तर्जुमा…
२९ वी रबीउल आखर १४४० हि मौलानल मुक़द्दस फी आला इल्लियीन सैयदना खुज़ैमा कुत्बुद्दीन रि.अ. के मीलाद मुबारक की रात (शनिवार ५ जनवरी २०१९), दारुस सकीना, मुंबई, में मगरिब ईशा की नमाज़ बाद, सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. मिलाद की ख़ुशी की मजलीस में जलवा अफ़रोज़ होंगे इन्शाअल्लाह। मजलीस में सैयदना खुज़ैमा…
आलिमे आले मोहम्मद, सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. इल्म और हिकमत का मंबा (स्त्रोत) है। जो मुमिनीन सबक के हलके में शामिल होते है, उन्हें मौलाना ने करम फरमा कर रज़ा फरमाई है कि सैयदना के सबक में हाज़िर हो, और इमाम उज़ ज़मान के नाइब के नज़दीक से आले मोहम्मद के इल्म की बरकात हांसिल करे। यह सबक दाइज़ ज़मान सैयदना…
२६ वी रबीउल आखर, दाईज़ ज़मान सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. की मिलाद मुबारक का अवसर है। فيض سعادة الميلاد المبارك - ١٤٤٠ه
मीलाद मुबारक की रात: सैयदना त.उ.श., मीलाद की रात में दारुस सकीना, मुंबई में मगरिब ईशा की नमाज़ इमामत से पढाएंगे इन्शाअल्लाह…
सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. २० वी रबीउल आखर की रात मगरिब इशा की नमाज़ बाद दारुस सकीना मुंबई में सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन रि.अ. के मीलाद की ख़ुशी की मजलीस में जलवा अफरोज़ होंगे। मजलीस में सैयदना बुरहानुद्दीन की नियत पर दरीस की तिलावत होगी। मजलीस बाद मुमिनीन मुमेनात और उनके फ़रज़न्दो को ख़ुशी के खाने…
४ थी रबीउल आखर १४४० हि शेहज़ादा डॉ. हुसैन भाईसाहेब बुरहानुद्दीन दारुस सकीना, मुंबई में मगरिब इशा की नमाज़ बाद इमाम उज़ ज़मान स.अ. की मीलाद की ख़ुशी की मजलीस में तशरीफ़ लाएंगे। मजलीस बाद मुमिनीन को ख़ुशी के खाने पर इज़न है।
१६ वी मोहर्रम १४३९ हि सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. ने सैयदना खुज़ैमा कुत्बुद्दीन रि.अ. के रौज़त के साये में मजारे कुत्बी नियाज़ का खाना शुरू किया। हर मज़हब और दीन के लोगों को नियाज़ का न्योता दिया गया। यह नियत रखते हुए के सभी को सैयदना कुत्बुद्दीन की बरकात मिले।
गुज़िश्ता १२ (बारह) महीनों में तकरीबन…
इमाम हुसैन अ.स. के चेहलुम की रात (२० वी सफ़र अल मुज़फ्फर १४४० हि) दारुस सकीना मुंबई में सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. ने मगरिब और इशा की नमाज़ इमामत से पढ़ाई और इमाम हुसैन अ.स. के चेहलुम की वाअज़ अक्द फरमाई।
आशूरा बाद हुसैन के कातिल एहले बैत के काफिले को ज़ुल्म और सितम करते हुए करबला से कूफ़ा और…
सैयदना फखरुद्दीन ने गांधीजी के १५० व़े जन्मदिन के समारोह में तक़रीर में फ़रमाया कि गांधीजी ने हमे आज़ादी दिलाई। उनकी याद जिंदा करने हम सब आज़ादी और तरक्की के लिए कोशिष करे, अहिंसा से, भाईचारे से, किसी को कम या ज़्यादा कर के नहीं बल्के समान रूप से। यह समारोह बोम्बे स्टोक एक्सचेंज के हॉल में आयोजित किया…
सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. ने अशरा मुबारका १४४० हि में दारुस सकीना मुंबई में तख्ते इमामी पर जलवा अफरोज हो कर अजब शान से वाअज़ फरमाई। पंजेतन पाक अ.स. अइम्मत ताहेरीन और दोआत मुतलकीन की मारेफत करवाई, दुनिया और आखेरत की ज़िन्दगी के लिए हिदायत बख्शी। मौलानल मिनआम ने बयानों में मुमिनीन को हिक्मत के लाकीमत…
सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. ने करम फरमा कर बोस्टन, अमेरिका, में अशरा मुबारका की खिदमत के लिए हाफिज़ुल कुरआन शेह्ज़ादा डॉ. अज़ीज़ भाईसाहेब कुत्बुद्दीन को रज़ा फरमाई। शेह्ज़ादा डॉ. अज़ीज़ भाईसाहेब ने पांचवी मोहर्रम से यौमे आशूरा १४४० हि तक वाअज़ फरमाई।
पांच वी मोहर्रम की वाअज़ में आप ने मुमिन की पहचान…
इस साल सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. ने करम फरमा कर लंडन में अशरा मुबारका की खिदमत ले लिए डॉ. मोइज़ भाईसाहेब मोहियुद्दीन को रज़ा फरमाई। अशरा मुबारका में डॉ मोइज़ भाईसाहेब ने मवाली ताहेरीन के फ़ज़ाइल की ज़िक्र फरमाई और इमाम हुसैन अ.स. और आप के एहले बैत और असहाब की शहादत अजब वलवले से पढ़ी। मुमिनीन को इमाम…
मुमिनीन इस मुबारक मीक़ात पर यह अमल करें और बरकात हासिल करें:
इमाम हुसैन स.अ. के चेहलुम की रात, २० वी रात सफ़र अल मुज़फ्फर (सोमवार, २९ अक्टूबर) सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. मगरिब ईशा की नमाज़ इमामत से दारुस सकीना, थाना में अदा फरमाएँगे और नमाज़ बाद वाअज़ मुबारक की मजलीस में जलवा अफरोज होगे। वाअज़ मुबारक का लाइव…
इमाम हुसैन स.अ. पर अज़ादारी की फलसफत हुसैन के दाई सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. अंग्रेजी और अरबी ज़बान में बयाँ फरमाते है, दावत के कोर्ट केस की ज़िक्र और मुखालेफीन ने झूठा दावा कर इमाम हुसैन की दावत पर किये हमले की ज़िक्र फरमाते है।
आका मौला सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. ने मुमिनीन को ख़िताब करते हुए फरमाया कि ऐ मोहम्मद मुस्तफा…
सैयदना ताहेर फखरुद्दीन ने मुमिनीन को खिताब फरमाया कि ऐ इब्राहीम खालिलुलाह स.अ.…
आका मौला सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. ने मुमिनीन को खिताब करते हुए फ़रमाया कि ऐ अल्लाह के…
अल दाई अल फातेमी सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. ने इमाम हुसैन स.अ. की अज़ा की पहली मजलीस…
ईद ए ग़दीरे खुम के मौके पर सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. ने पुर शान वाअज़ फरमाई जिस से मुमिनीन के अकाइद और अज़म मज़बूत हुए। यहाँ वाअज़ की मुख़्तसर जिकर पेश करते है। वाअज़ मुबारक सैयदना त.उ.श. ने मौलाना अली स.अ. के शिया की लिए बिशारत की ज़िक्र से शुरू फरमाई "شيعة علي هم الفائزون" (अली के शिया जीत को परामने…
ज़िल हिज्जतुल हराम की दसवी (१०) रात ईद उल अदहा की रात सैयदना ताहेर फखरुद्दीन ने मगरिब ईशा की नमाज़ इमामत से पढ़ाई और वशेक की नमाज़ दारुस सकीना में अदा की। ईद के दिन सैयदना ने फजर की नमाज़ और ईद का खुतबा पढ़ाया। इमाम अली ज़ैनुल आबेदीन स.अ. की दोआ मेहराब…
उर्स मुबारक के मौके पर मुमिनीन इस तरह अमल करें:
हमारे हुदात किराम ने यह बेहतर रस्म की है कि हम आका हुसैन स.अ. की ज़िक्र पर नए साल की शुरुआत करते है। इमाम हुसैन स.अ. की ज़िक्र के तुफैल में आले मोहम्मद के इल्म की बरकत अशरा मुबारका के दस दिन में नसीब होती है। यह नेमत इमाम उज़ ज़मान स.अ. के दाई के साथ नसीब हो यह बहुत बड़ी नेमत है। इस नेमत से जान की रौशनी…
सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. अरफा के मुबारक दिन में दारुस सकीना, थाना में, ज़ोहर और अस्र की नमाज़ इमामत से अदा फ़रमाएंगे इन्शाअल्लाहो तआला (९ वी ज़िल हिज्जा – सोमवार, २० अगस्त)
सैयदना ताहेर फखरुद्दीन ईद की रात दारुस सकीना, थाना में मगरिब, ईशा और वशेक की नमाज़ पढ़ाने तशरीफ़ लाएंगे ( १० वी ज़िल हिज्जा…
सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. १८ वी ज़िल हिज्जा बुधवार के दिन, २९ वी अगस्त, सुबह १० बजे दारुस सकीना,, थाना में वाअज़ मुबारक की मजलीस में जलवा अफरोज होगे, इन्शाअल्लाहो तआला। वाअज़ बाद इमामत से जोहर और अस्र की नमाज़ अदा फ़रमाएंगे। सैयदना त.उ.श. इस मुबारक दिन में मुमिनीन और मुमेनात का मिसाक लेंगे। मगरिब बाद…
सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. के साथ शेहरुल्लाह अल मोअज़्ज़म १४३९ हि में मुमिनीन ने दारुस सकीना में नमाज़ अदा की, इबादात की, ताके ईद उल फ़ित्र के दिन आप के साथ, आप का दीदार कर के ईद मनाई। मुमिनीन ने इमाम उज़ ज़मान के दाई के साथ इमामत से नमाज़ अदा कर गुनागुन सवाब हांसिल किया। हर रोज़ फजर की नमाज़ बाद सैयदना…
आका मौला सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. दावत के अर्श पर मुस्तवी होने के बाद पहली बार २४ जून, २०१८ के रोज़ इंदौर तशरीफ़ लाए। मुमिनीन और आयान सैयदना फखरुद्दीन त.उ.श. का इस्तिक्बाल करने एअरपोर्ट पर हाज़िर हुए और सैयदना एस्कोर्ट के साथ अपने मुक़ाम पर तशरीफ़ ले गए। मुमिनीन ने सैयदना के साथ नमाज़,…
नमाज़: सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. शेहरुल्लाहिल मोअज़्ज़म में दारुस सकीना, मुंबई मे हर रोज़, इमामत से नमाज़ अदा करने फजर ५:३० बजे, ज़ोहर और असर की नमाज़ में १:०० बजे और मगरिब और ईशा की नमाज़ में गुरूब के वक्त तशरीफ़ तशरीफ़ लाएंगे, इंशाअल्लाहो तआला. मगरिब और ईशा की नमाज़ बाद तमाम…
सैयदना ताहेर फखरुद्दीन पहला शेहरूल्लाह १४३९ही सबक - वीडियो
१० वी शाबानुल करीम १४३९ ही. (२५ अप्रैल, २०१८) के रोज़ सैयदना ताहेर फखरुद्दीन (त.उ.श.) की रज़ा मुबारक से शेह्ज़ादा डॉ. अब्देअली भाईसाहेब सैफुद्दीन की कियादत में तक़रीबन ५० मुमिनीन करबला मोअल्ला और नजफे अशरफ ज़ियारत के लिए रवाना हुए. सैयदना की दुआ की बरकत हर कदम पर नज़र आती रही. मुमिनीन ने नजफे अशरफ में अमीरुल…
शेहरे रमज़ान अल मोअज्ज़म की पहली रात नमाज़ के बाद सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. ने बयान मुबारक फरमाया और मुमिनीन को इस बरकतवनते महीने की गनीमत लेकर खैर के अमल कर गुनागून सवाब हांसिल कर लेने की हिदायत फरमाई। सैयदना ने वाज़े फरमाया कि हम शेहरुल्लाह के महीने का रोज़ा आज के दिन में शुरू करते है और मुक़र्रर…
बुधवार के दिन ११ वी अप्रैल २०१८, इंदौर में एक अहम् ऐतिहासिक मौका था जब अलग अलग मज़हबों के पेशवाओ व ओलमाओ ने एकजुट होकर, इंसानियत के उसूलों - अमन और इंसानियत के उसूल पर एक होकर, अपने हाथ मिलाकर ऊँचे किए और अदावत फैला रहे लोगो के खिलाफ एकजुट होकर खड़े हुए.
तक़रीब - मज़हबों के बीच मोहब्बत और सौहार्द…
शाबान की १५ वी रात को सैयदना ताहेर फखरुद्दीन (त.उ.श.) मगरिब और ईशा की नमाज़ के लिए और वशेक की नमाज़ के लिए बेकर्स्फिल्ड अमरीका में जलवा नुमा हुए. सैयदना ने वसीले में मुमिनीन के लिए कई दुआए फ़रमाई और इस मुबारक रात के शरफ का ज़िक्र फ़रमाया.
सैयदना ताहेर फखरुद्दीन (त.उ.श.) शेहरूल्लाहिल मोअज़्ज़म में रोज़ दारुस सकीना, मुंबई में फजर, ज़ोहोर असर, मगरिब और ईशा की नमाज़ के लिए तशरीफ़ लाएंगे. मगरिब और ईशा की नमाज़ के बाद मुमिनीन को ईवाने फातेमी में इफ्तार का इज़न है.
शाबान की १५ वी रात को सैयदना ताहेर फखरुद्दीन (त.उ.श.) मगरिब और ईशा की नमाज़ के लिए और वशेक की नमाज़ के लिए बेकर्स्फिल्ड अमरीका में जलवा नुमा हुए. सैयदना ने वसीले में मुमिनीन के लिए कई दुआए फ़रमाई और इस मुबारक रात के शरफ का ज़िक्र फ़रमाया.
फातेमी इमाम के फातेमी दाई, सैयदना ताहेर फखरुद्दीन (त.उ.श.) २४ वे जुमादिल उखरा, सैयदना खुज़ैमां कुत्बुद्दीन के उर्स के मुबारक दिनों में इवाने फातेमी में हल्का सैफियाह की
ज़ियाफ़त में जलवा नुमा हुए. सैयदना जुलूस की शाकेलत में इवाने फातेमी में पधारे. आपके ऊपर तलबत ने ज़ीनत के लिए एक शानदार छतरी ओढाई…
सैयदना ताहेर फखरुद्दीन (त.उ.श.) २२ वी शेहरे शाबानुल करीम मौलातोना हुर्रतुल मलेका अरवा बिन्ते अहमद (री.अ.) के उर्स की मजलिस में बेकर्सफिल्ड, केलिफोर्निया में जलवा नुमा होंगे इंशाअल्लाहो तआला
शाबान की १५ वी रात (रविवार, २९ अप्रैल), सैयदना ताहेर फखरुद्दीन (त.उ.श.) मगरिब इशा की नमाज़ और थम वशेक की नमाज़ बेकर्सफिल्ड, केलिफोर्निया में पढ़ाएंगे इंशाअल्लाहो तआला.
अय्यामुल बरकातिल खुल्दियाह में सैयदना ताहेर फखरुद्दीन (त.उ.श.) ५१ वे दाई सैयदना ताहेर सैफुद्दीन (री.अ.) के उर्स मुबारक के मौके पर बेकर्सफिल्ड, केलिफोर्निया, अमरीका में खतमुल कुरआन की मजलिस में जलवा नुमा हुए.
सदक़ल्लाह की दोआ में सैयदना (त.उ.श.) ने दोआत मुत्लकीन के दरमियान मौलानल मुक़द्दस फी…
पिछले साल शेहरुल्लाहिल मोअज्ज़म में फोत हुए रोज़े (बिमारी या सफ़र, या महिलाओं के फोत हुए दिन) की कफ्फारत एक दिन की लिये गेहूं की कीमत के हिसाब से हो सकती है (एक रोज़े के लिये २० रूपये)। आप से दरख्वास्त है कि जितने दिन के रोज़े फोत हुए हो वह गिनती info@fatemidawat.com…
२६ वी रजब के दिन सैयदना ताहेर फखरुद्दीन (त.उ.श.) ४७ वे दाई अल-मुतलक सैयदना अब्दुलकादिर नजमुद्दीन (री.अ.) के उर्स मुबारक की मजलिस में जलवा अफरोज़ हुए. मजलिस में सैयदना ताहेर सैफुद्दीन (री.अ.) का कसीदा मुबारका “सका नौउन मिनत तकदीसे रमसा” और सलाम की तिलावत हुई.
२७ वी रात, लैलतुल मेराज की रात…
सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. ने शेहरे रजबुल असब की पहली रात को दारुस सकीना में मगरिब और ईशा की नमाज़ इमामत से अदा की और वशेक की नमाज़ बाद अजब तज़ररो और वलवले के साथ वसीला लेकर दोआ की। पंजेतन स.अ., अइम्मत स.अ. और दोआत किराम स.अ. ख़ास सतन सैयदना ताहेर सैफुद्दीन रि.अ., सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन रि.अ.…
सैयदना खुज़ैमा कुत्बुद्दीन रि.अ. के दुसरे उर्स मुबारक को मुमिनीन ने अपने बावा मुश्फिक के फ़ज़ाइल और शानात को याद करते हुए और आप के एहसानात का शुकुर करते हुए मनाया।
दारुस सकीना…
सैयदना खुज़ैमा कुत्बुद्दीन रि.अ. ने कुत्बी ज्युबिली स्कोलरशिप प्रोग्राम सन २०११ में गोल्डन ज्युबिली के ख़ुशी के जलसे में काइम फ़रमाया। इस फंक्शन में सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन रि.अ. के दावत की गादी पर पचास साल और सैयदना कुत्बुद्दीन के माजून अल मुतलक के रुतबे में पचास साल की ख़ुशी मनाई गई।
सैयदना खुज़ैमा कुत्बुद्दीन रि.अ. के दुसरे उर्स मुबारक के मौके पर एक मरसिया पेश करते है जिसमे कुत्बुद्दीन मौला के वफात की ज़िक्र है और आप के वफात के बाद आप के वारिस सैयदना फखरुद्दीन त.उ.श. ने मुमिनीन को संभाला और दावत काइम की उसकी ज़िक्र है । मर्सिये की ऑडियो सैयदना कुत्बुद्दीन की तस्वीरों के साथ पेश…
सैयदना खुज़ैमा कुत्बुद्दीन रि.अ. के दुसरे उर्स मुबारक के मौके पर एक मरसिया पेश करते है जिसमे कुत्बुद्दीन मौला के वफात की ज़िक्र है और आप के वफात के बाद आप के वारिस सैयदना फखरुद्दीन त.उ.श. ने मुमिनीन को संभाला और दावत काइम की उसकी ज़िक्र है । मर्सिये की ऑडियो सैयदना कुत्बुद्दीन की तस्वीरों के साथ पेश…
सैयदना खुज़ैमा कुत्बुद्दीन रि.अ. के दुसरे उर्स मुबारक के मौके पर एक मरसिया पेश करते है जिसमे कुत्बुद्दीन मौला के वफात की ज़िक्र है और आप के वफात के बाद आप के वारिस सैयदना फखरुद्दीन त.उ.श. ने मुमिनीन को संभाला और दावत काइम की उसकी ज़िक्र है । मर्सिये की ऑडियो सैयदना कुत्बुद्दीन की तस्वीरों के साथ पेश…
जुमादिल उखरा की २१ वी और २२ वी तारीख मगरिब और ईशा की नमाज़ बाद खतमुल कुरआन की मजलीस दारुस सकीना में अकद की जाएगी, इन्शाअल्लाहो तआला।
उर्स मुबारक की रात, जुमादिल उखरा की २३ वी रात, जुमोआ का दिन शनिवार की रात, (Friday 9th March), अल दाई अल फातेमी सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. मगरिब…
सैयदना खुज़ैमा कुत्बुद्दीन रि.अ. के दुसरे उर्स मुबारक के मौके पर, जो मिसाल शरीफ़ सैयदना ताहेर सैफुद्दीन ने २४ वी रबी उल आखर १३८० हि (१९६०), मुंबई से सैयदना कुत्बुद्दीन को उदैपुर, अपने हाथ मुबारक से लिख कर भेजा था, उसका तर्जुमा पेश करते है । असल मिसाल शरीफ़ अरबी ज़बान में है । सैयदना कुत्बुद्दीन (उस वक्त…
जुमादिल उला १४३९ हि की दसवी तारीख, सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. मौलातुना फातेमा अ.स. की शहादत की मजलीस में, बेकर्सफिल्ड, केलिफोर्निया, में जलवा अफरोज हुए। सैयदना ताहेर सैफुद्दीन रि.अ. ने मौलातुना फातेमा की शान में जो कसीदा मुबारका तसनीफ फरमाया है, “मौलातुना फातेमा तुज़ ज़ाहरा” इसकी मुन्तखब अब्यात की…
आका मौला सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. बोम्बे हाई कोर्ट में क्रोस एक्जामिनेशन (प्रतिवादी के वकील द्वारा परीक्षण) के लिये ८वी, ९वी और १२वी जनवरी २०१८ के रोज तशरीफ़ ले जायेंगे। मौलाना त.उ.श. ने इरशाद मुबारक फरमाया है कि मुमिनीन “ह्स्बोनल्लाहु व ने’मल वकील” की तस्बीह (४५० बार) करे और दोआ…
मौलातोना फातेमा (स.अ.) की शहादत के मीकात पर, १० वी जुमादल उला के दिन, सैयदना ताहेर फखरुद्दीन (त.उ.श.) बेकर्सफिल्ड, केलिफोर्निया में, शहादत की मजलिस में जलवा नुमा होंगे.
शेहज़ादा डॉ. अब्देअली भाईसाहेब सैफुद्दीन, दारुस सकीना, मुंबई में जुमदल उला की १० वी रात (२५ जनवरी, गुरुवार के दिन) मगरिब और…
आका मौला सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. बोम्बे हाई कोर्ट में क्रोस एक्जामिनेशन (प्रतिवादी के वकील द्वारा परीक्षण) के लिये ८वी, ९वी और १२वी जनवरी २०१८ के रोज तशरीफ़ ले जायेंगे। मौलाना त.उ.श. ने इरशाद मुबारक फरमाया है कि मुमिनीन “ह्स्बोनल्लाहु व ने’मल वकील” की तस्बीह (४५० बार) करे और दोआ…
मौलानल मुकद्दस फी आला इल्लियीन सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन (री.अ.) के मीलाद मुबारक की रात, २० वी रबीउल आखर की रात (शनिवार, ६ जनवरी २०१८), सैयदना ताहेर फखरुद्दीन (त.उ.श.) दारुस सकीना मुंबई में, मगरिब और इशा की नमाज़ में तशरीफ़ लाएँगे…
नौवीं मोहर्रमुल हराम, हसन इमाम (स.अ.) की मजलिस में सैयदना ताहेर फखरुद्दीन (त.उ.श.) ने मोमिनीन को खिताब करते हुए फरमाया कि ए हक की दावत को जवाब देनेवाले मोमिनीन. पंजतन की मोहब्बत करने वाले मोमिनीन. हर ज़मान में पंजतन के वारिस अइम्मत बररत नस्स द्वारा काइम होते है, ताकि इक्कीसवे इमाम तैयेब इमाम (स.अ.)…
सैयदना ताहेर फखरुद्दीन (त.उ.श.) ने आशुरा के दिन मोमिनीन को खिताब करते हुए फरमाया कि ए हुसैन इमाम की मोहब्बत करने वाले मोमिनीन, खमसत अतहार की मोहब्बत करने वाले मोमिनीन, एक एक इमाम ताकि तैयेबुल अस्र और ५१, ५२, और ५३ वें दोआतों की मोहब्बत करने वाले मोमिनीन, मम्लूको आले मोहम्मद, हुसैन इमाम के दाई की मोहब्बत…
सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. आप के साबिक दोआत की परंपरा अनुसार हर सप्ताह मुमिनीन की बैठक अक्द फरमाएंगे । ज़मान के हालात के सबब मुमिनीन को दाई की हज़रत में रूबरू पहुँचने की मुश्किलात को मद्देनजर रखते हुए, सैयदना त.उ.श. की हज़रत में मुमिनीन अपनी अर्ज़ पेश सके इसके खातिर हर सप्ताह इंटरनेट पर विडिओ कोंफरंसिंग…
सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. आप के साबिक दोआत की परंपरा अनुसार हर सप्ताह मुमिनीन की बैठक अक्द फरमाएंगे । ज़मान के हालात के सबब मुमिनीन को दाई की हज़रत में रूबरू पहुँचने की मुश्किलात को मद्देनजर रखते हुए, सैयदना त.उ.श. की हज़रत में मुमिनीन अपनी अर्ज़ पेश सके इसके खातिर हर सप्ताह इंटरनेट पर विडिओ कोंफरंसिंग…
सैयदना ताहेर फखरुद्दीन (त.उ.श.) ने आठवीं मोहर्रमुल हराम को मौलाना अली इब्न अबी तालिब (स.अ.) की मजलिस में मुमेनीन को खिताब फरमाया कि, ए अलीए आला, आकाए…
अल-दाई अल-फातेमी सैयदना ताहेर फखरुद्दीन (त.उ.श.) ने मौलातोना फातेमतुज़ ज़हरा की मजलिस में मुमेनीन को खिताब करते हुए फरमाया कि, “ए फातेमतुज़ ज़हरा की मोहब्बत…
५ मोहर्रमुल हराम को सैयदना ताहेर फखरुद्दीन (त.उ.श.) ने मूसा (अ.स.) की ज़िकर बयान फरमाई. मूसा (अ.स.) ने खुदा को अर्ज़ की, कि ए अल्लाह…
मोहर्रमुल हराम की छठवी तारीख की वाअज़ में सैयदना ताहेर फखरुद्दीन (त.उ.श) ने मुमेनीन को खिताब करते हुए फरमाया कि मुमेनीन मोहम्मदुल मुस्तफा सरवरे काएनात,…
मोहर्रमुल हराम की चौथी तारीख इब्राहीम नबी की मजलिस में सैयदना ताहेर फखरूदीन (त.उ.श.) ने रसुलुल्लाह (स.अ.व.) की हदीस पढ़ कर वाअज़ शुरू फरमाई. रसुलुल्लाह ने फरमाया…
आज इमामुज़ ज़मान के दाई ने कुरआने मजीद की आयत शरीफा “लहू दावतुल हक” अर्थात हक की दावत खुदा के लिए है, यह आयत पढ़ कर वाअज़ शुरू फरमाई.
वाअज़ में इमामुज़…
अल-दाई अल-अजल सैयदना ताहेर फखरुद्दीन (त.उ.श.) ने आज जुमोआ के दिन पहली वाअज़ में इस्लाम व ईमान की ज़िकर में फरमाया कि मौलाना अली (स.अ.) और मौलातोना फातेमा…
सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. आप के साबिक दोआत की परंपरा अनुसार हर सप्ताह मुमिनीन की बैठक अक्द फरमाएंगे । ज़मान के हालात के सबब मुमिनीन को दाई की हज़रत में रूबरू पहुँचने की मुश्किलात को मद्देनजर रखते हुए, सैयदना त.उ.श. की हज़रत में मुमिनीन अपनी अर्ज़ पेश सके इसके खातिर हर सप्ताह इंटरनेट पर विडिओ कोंफरंसिंग…
सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. आप के साबिक दोआत की परंपरा अनुसार हर सप्ताह मुमिनीन की बैठक अक्द फरमाएंगे । ज़मान के हालात के सबब मुमिनीन को दाई की हज़रत में रूबरू पहुँचने की मुश्किलात को मद्देनजर रखते हुए, सैयदना त.उ.श. की हज़रत में मुमिनीन अपनी अर्ज़ पेश सके इसके खातिर हर सप्ताह इंटरनेट पर विडिओ कोंफरंसिंग…
अल़ दाई-एल-अजल सैयदना ताहेर फखरुद्दीन (त.उ.श) ने तीसरी मुहर्रम 1439 हिजरी (23 सितंबर 2017) को मुंबई में दारुस सकीना में अशारा मुबारका उद्धार करैंगे। सैयदना (त.उ.श) ने कृपापूर्वक रजा दि हैं वाज़ को दुनिया भर में लाइव प्रसारित करने के लिये। प्रसारण 4.30 पी.एम. से 6.30 पी.एम. IST होगा।
सैयदना कुत्बुद्दीन रि.अ. की हसनात जारिया है, हर साल ईद उल अदहा में दारुस सकीना, मुंबई में सैयदना कुत्बुद्दीन रि.अ. के वारिस, सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. की रज़ा और दोआ से हिज्बे खलीलुल्लाह के मेम्बर क़ुरबानी और तक्सीम की खिदमत बजाते है।
गए साल में दारुस सकीना में ८१ कुर्बानियां हुइ। २२५९ घरों…
शुक्रवार, २४वि मार्च,२०१७ के रोज, इतिहास मे शायद पहली बार, सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. ने एक पत्रकार परिषद् मे शिरकत कर के कई नामी गिरामी अखबारों के संवाददाताओ से मुलाकात की। सैयदना फखरुद्दीन की उपस्थिति और आप के साथ हुइ गुफ्तगू से आप के यकीन, उमदा और स्पष्ट विचार, चरित्र का तेज,…
जो मुमिनीन मुंबई, ह्युस्टन या लंडन में वाअज़ के लिए हाज़िर न हो सके, व़े अपने शहर में जमा हो कर वाअज़ सुने और नियाज़ करे। आप के शहर में और भी मुमिनीन से संपर्क करने [email protected] पर ई-मेल करें।
जहां इम्कान होगा वहाँ कोंटेक्ट नंबर वेबसाईट पर पेश…
८ जुलाई, २०१६ के दिन, सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. दाउदी बोहरा मुस्लिम समाज के धर्मगुरु ने भारत के माननीय राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी के साथ राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ही में मुलाकात की।
सैयदना ताहेर फखरुद्दीन ने मोहतरम राष्ट्रपति जी को गुलदस्ता पेश किया और दाउदी बोहरा समाज की तरफ़ से शुभकामनाएँ…
इस मुबारक मौके पर मुमिनीन यह अमल करे:
हिज़ होलीनेस सैयदना ताहेर फखरुद्दीन त.उ.श. ५३ व़े दाई अल मुतलक सैयदना खुज़ैमा क़ुतबुद्दीन रि.अ. के मनसूस (वारिस) है, और आप ५४ व़े दाई है। दाउदी बोहरा कौम के अकीदे (मान्यता) के मुताबिक़ इमाम के सतर (अज्ञातवास) के दौरान, इमाम अपनी पूरी सत्ता अपने दाई को सौंप देते है।
अल दाई अल अजल अल फातेमी सैयदना…
उर्स मुबारक के मौके पर मुमिनीन मुमेनात और उनके प्यारे फ़रज़न्द यह अमल करे:
उर्स मुबारक के मौके पर मुमिनीन मुमेनात और उनके प्यारे फ़रज़न्द यह अमल करे:
इस्लाम मे अज़ान की आवाज़ नमाज़ के लिये बुलावा है । हर रोज़ फरिज़त की नमाज़ के पहले हम अज़ान में शहादत देते है कि “नहीं है कोई खुदा मगर अल्लाह तआला, मोहम्मद (स.अ.) अल्लाह के रसूल है और मौलाना अली (स.अ.) अल्लाह के वली है।“ मेराज के वक्त ( शेहरे रजब की २७ वि रात, जब रसूलुल्लाह स.अ. रूहानियत से ७ आसमान की ऑर…
खुदा का रंग, और खुदा से बेहतर रंग कौन चढ़ा सकता है
३८) बाग़े रसूलुल्लाह स.अ. 1/11/2014 | Explaining Past Events
यह कसीदा सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन रि.अ. ने हुसैन इमाम की ज़िकर और आपके नोहे में तस्नीफ़ फ़रमाया है.
फातेमी दावत वेबसाइट के १४४१ हि. के अशरा मुबारका का सेक्शन पर इंशाअल्लाह रिले की लिंक, वाअज़ की तलख़ीस (सारांश), वीडियो, तस्वीरें, और प्रोग्राम की अखबार पेश की जाएगी इंशाअल्लाह. यह सेक्शन देखने…
या सैयेदश शोहदाई का अज़ीमुश शान कसीदा मुबारका सैयदना ताहेर सैफुद्दीन रि.अ. ने इमाम हुसैन और आपके एहले बैत और असहाब की ज़िकर और उनके नोहे में तस्नीफ़ फ़रमाया है.
fatemidawat.com पर यह कसीदा मुबारका पेश किया गया है, और उसका अंग्रेजी और लिसानुद दावत में तर्जुमा भी पेश किया गया है. चेहलम के मौके…
मस्जिदे…